थाइलैंड में आयोजित हो रही मिस यूनिवर्स 2025 प्रतियोगिता लगातार विवादों में हैं। फिनाले से ठीक 3 दिन पहले प्रतियोगिता के जज ओमार हारफूश ने इस्तीफा देते हुए ऑर्गेनाइजर्स पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि जज कमेटी बनाए जाने से पहले ही ऑर्गेनाइजर्स द्वारा टॉप-30 का सिलेक्शन अनऑफिशियल तरीके से किया जा चुका है। टॉप-30 में उन कंटेस्टेंट्स को जगह दी जा रही है, जिनके ऑर्गेनाइजर्स से पर्सनल रिलेशनशिप हैं। विवाद बढ़ने पर अब ऑर्गेनाइजर्स ने प्रेस नोट जारी कर सफाई दी है। हालांकि ओमर हारफूश ने बताया है कि वो जल्द ही इसके खिलाफ लीगल एक्शन लेंगे। ओमर हारफूश ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए मिस यूनिवर्स 2025 के ऑर्गेनाइजर्स पर आरोप लगाते हुए लिखा, ‘यह सामने आया है कि आधिकारिक जूरी के पहुंचने से पहले टॉप 30 प्रतियोगियों को तय करने के लिए एक गुप्त और अवैध वोटिंग की गई। यह वोटिंग उन व्यक्तियों द्वारा की गई, जिन्हें आधिकारिक जजिंग पैनल के सदस्य के रूप में मान्यता प्राप्त नहीं है, जिनमें से कम से कम एक व्यक्ति का एक कंटेस्टेंट के साथ निजी रोमांटिक संबंध है। यह तथ्य एक स्पष्ट और गंभीर हितों का टकराव है और संभावित रूप से साठगांठ तथा एक अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में हेराफेरी की श्रेणी में आ सकता है।’ आगे उन्होंने लिखा, ‘मुझे गुमराह किया गया और मेरा इस्तेमाल सिलेक्शन प्रोसेस को विश्वसनीयता देने के लिए किया गया। इसके कारण मुझे हुए इमोशनल ट्रॉमा हुआ, मेरी रेपुटेशन डैमेज हुई और मेरे द्वारा लगाए गए समय व प्रयास विशेष रूप से उन ओरिजिनल म्यूजिक कंपोजिशन के लिए, जिन्हें मैंने एक ऐसे कार्यक्रम के लिए तैयार किया जो निष्पक्षता के मूल सिद्धांतों का उल्लंघन करता था, ये सभी नुकसान और मुआवजे के कानूनी दावों में शामिल किए जाएंगे।’ ओमार ने अपनी पोस्ट में साफ कहा है कि उन्होंने ऑर्गेनाइजर्स के खिलाफ लीगल एक्शन लेने के लिए न्यूयॉर्क के नामी फर्म से संपर्क किया है। वो जल्द ही उनके खिलाफ एक्शन लेंगे। इसके अलावा भी ओमार ने कई स्टोरीज पोस्ट कर ऑर्गेनाइजर्स पर संगीन आरोप लगाए हैं। मिस यूनिवर्स ऑर्गेनाइजर्स ने दी सफाई विवाद बढ़ने के बाद मिस यूनिवर्स ऑर्गेनाइजर्स और इसके प्रेसिडेंट राउल रोचा ने प्रेस नोट जारी कर लिखा है, ’17 नवंबर को, मिस यूनिवर्स ऑर्गेनाइजेशन ने बियॉन्ड द क्राउन प्रोग्राम की आधिकारिक चयन समिति की घोषणा सार्वजनिक रूप से की थी। इस घोषणा के बाद, मिस्टर ओमर हारफूश, जो पहले मिस यूनिवर्स जजिंग पैनल के आठ आधिकारिक सदस्यों में से एक बनने के लिए सहमत थे, ने एक बयान जारी किया जिसमें उन्होंने भ्रम व्यक्त किया और बियॉन्ड द क्राउन जैसे सामाजिक प्रभाव कार्यक्रम के दायरे और प्रकृति के बारे में समझ की कमी का दावा किया।’ प्रेस नोट में आगे लिखा गया है, ‘अपने बयान में, उन्होंने गलत तरीके से सुझाव दिया कि एक अनधिकृत या जल्दबाजी में बनाया गया जूरी पैनल गठित किया गया है और आधिकारिक जजों को फाइनलिस्ट चयन प्रक्रिया से बाहर कर दिया गया है। मिस यूनिवर्स ऑर्गेनाइजेशन यह स्पष्ट करता है कि कोई भी अनधिकृत जूरी नहीं बनाई गई है, न ही किसी बाहरी समूह को प्रतिभागियों का मूल्यांकन करने या फाइनलिस्ट चुनने का अधिकार दिया गया है। प्रतियोगिता का मूल्यांकन मिस यूनिवर्स ऑर्गनाइजेशन की स्थापित, पारदर्शी और सुपरवाइज्ड प्रक्रियाओं के अनुसार किया जाता है, और वही प्रक्रिया जारी है।’ पहले भी विवादों में रही मिस यूनिवर्स 2025 प्रतियोगिता कुछ समय पहले ही मिस यूनिवर्स थाईलैंड के डायरेक्टर नवात इत्साराग्रिसिल ने मंच पर मिस मेक्सिको फातिमा बोश को सबके सामने डांटते हुए बेवकूफ कह दिया। जब फातिमा ने इस पर आपत्ति जताई, तो नवात ने सुरक्षा कर्मियों को बुलाने की धमकी दी और कहा कि जो भी उनके समर्थन में आएगा, उसे प्रतियोगिता से बाहर किया जा सकता है। इसके विरोध में कई देशों की कंटेस्टेंट्स ने हॉल से बाहर निकलकर विरोध जताया। घटना के बाद मिस यूनिवर्स ऑर्गनाइजेशन (MUO) ने नवात के व्यवहार को ‘दुर्भावनापूर्ण और अपमानजनक’ बताते हुए कड़ी निंदा की। संगठन के अध्यक्ष राउल रोचा ने एक वीडियो संदेश जारी करते हुए कहा कि नवात ने बतौर मेजबान अपने कर्तव्य का सम्मान नहीं किया और एक महिला को धमकाकर उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाई। रोचा ने कहा कि नवात की भूमिका को सीमित कर दिया जाएगा और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। विवाद बढ़ने के बाद मिस थाइलैंड के डायरेक्टर को माफी मांगनी पड़ी थी।
फिर विवादों में मिस यूनिवर्स 2025:जज ने कंटेस्टेंट्स-टीम के अफेयर और फिक्सिंग जैसे गंभीर आरोप लगाकर इस्तीफा दिया, ऑर्गेनाइजर्स ने दी सफाई