विश्व मुक्केबाजी कप 2025 में भिवानी की मुक्केबाज जैस्मिन लंबोरिया ने 57 किलोग्राम भार वर्ग में गोल्ड मेडल जीता। गोल्डन पंच लगाकर जैस्मिन लंबोरिया घर पहुंची। जहां पर परिवार वालों ने उसका स्वागत किया। वहीं परिजनों ने खुशी जताते हुए कहा कि यह उनका इस वर्ष लगातार तीसरा गोल्ड मेडल है। उसने एक ही वर्ष में तीन बार विश्व मुक्केबाजी चैंपियन बनने का रिकॉर्ड अपने नाम किया है। जैस्मिन लंबोरिया के बताया कि भारतीय सेना में सूबेदार के पद पर कार्यरत है। इससे पहले उसने इंग्लैंड के लीवरपुल और कजाकिस्तान में आयोजित विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में भी देश के लिए मेडल जीते है। यह उनका इस वर्ष का तीसरा मेडल है। यह उसकी कड़ी मेहनत और प्रशिक्षण का नतीजा है। ओलिंपिक मेडलिस्ट खिलाड़ियों को हराकर जीतीं उन्होंने बताया कि इससे पहले जो भी मेडल लिए है, वे सभी ओलिंपिक मेडलिस्ट खिलाड़ियों को हराकर जीते है। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में जैस्मिन का टारगेट 2026 में होने वाले एशियन और कॉमनवेल्थ खेलों पर रहेगा। वर्ष 2028 में लॉस एंजिलिस में होने वाले ओलिंपिक में देश के लिए गोल्ड मेडल लाने के लक्ष्य को लेकर वे कड़ी मेहनत से जुटी हुई है। जिसमें उसके परिवार का पूरा सहयोग है। जैस्मिन से उम्मीद कि ओलिंपिक में गोल्ड दिलाएगी
इस दौरान कोच परविंद्र और कोच संदीप लंबोरिया ने कहा कि जैस्मिन लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रही है। जैस्मिन से उम्मीद है कि वह ओलिंपिक में भारत को गोल्ड दिलाएगी। इसके लिए वे जैस्मिन को बेहतर प्रैक्टिस करने के लिए टिप्स देंगे। जैस्मिन ने लगातार 3 अंतर्राष्ट्रीय मुकाबलों में गोल्ड मेडल जीते हैं, इनमें उन्होंने ओलिंपिक मेडलिस्टों को हराया है। जिससे मनोबल बढ़ा है।
भिवानी पहुंची बॉक्सर जैस्मिन लंबोरिया:परिवार ने जताई खुशी, बोलीं-ओलिंपिक पर नजर, एशियन और कॉमनवेल्थ गेम अगला लक्ष्य